सिर भारी होना चक्कर आना: कारण, लक्षण Best 15 घरेलू उपचार

चक्कर आना एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी के दिल के अनियमित कार्यक्रम, कान की समस्या, सिरदर्द, तनाव, उच्च रक्तचाप, ब्लड शुगर के स्तर में बदलाव, या आंत्रिक कारणों के कारण हो सकता है।

चक्कर आना: कारण

चक्कर आना आम तौर पर मस्तिष्क में अस्थायी रूप से कम रक्त आपूर्ति के कारण होता है। रक्तचाप में अचानक गिरावट के कारण भी यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अपच, रक्ताल्पता, बहुमैथुन, मासिक धर्म की अनियमितता आदि इस रोग के कारण हैं।चक्कर आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

चक्कर आना

  • आंत्रिक कारण: आंत्रिक कारणों के रूप में सिरदर्द, माइग्रेन, बीमारियां, और आंत्रिक शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं।

  • कान की समस्या: कान के समस्याएं जैसे कि कान की साफ सफाई, कान में इन्फेक्शन, किसी प्रकार की समस्या चक्कर आने का कारण बन सकती है।

  • तनाव और चिंता: मानसिक तनाव और चिंता भी चक्कर आने के कारण हो सकते हैं।

  • शरीर के रक्तचाप में बदलाव:अधिक या कम रक्तचाप चक्कर आने का कारण बन सकता है।

  • दिल के रोग: दिल की समस्याएं,जैसे कि दिल की धड़कन का बढ़ना या कम होना, चक्कर आने के लक्षण के रूप में प्रकट हो सकती हैं।

  • आंखों की समस्या: आंखों की समस्याएं, जैसे कि चश्मा पहनने से आने वाला दृस्टि दोष, चक्कर आने का कारण बन सकती हैं।

चक्कर आना:लक्षण

यह एक क्षणिक स्थिति है जो कमजोर व्यक्तियों और भीड़-भाड़ वाली जगहों, जैसे परेड मैदान या तंग छोटे कमरे, या लंबे समय तक एक ही स्थिति में खड़े रहने से हो सकती है। इसके लक्षण हैं आंखों के सामने अंधेरा छा जाना, आसपास वस्तुएं घूमती हुई दिखाई देना, चक्कर खाकर गिर जाना, बेहोशी आदि।

आयुर्वेदिक उपचार

  • 20 ग्राम मुनक्का को घी में भूनकर सेंधा नमक मिलाकर खाने से चक्कर आना बंद हो जाता है।
  • 12 काली मिर्च पीसकर घी में भून लें। काली मिर्च निकाल लें, गेहूं के आटे को उसी घी में सेंक लें, उसमें गुड़ या चीनी मिलाकर हलवा बना लें, उसमें भूनी हुई काली मिर्च डालकर सुबह-शाम भोजन से पहले खायें। चक्कर आना बंद हो जायेगा।
  • अगर गर्मी के कारण चक्कर, उल्टी या दिल की धड़कन तेज हो तो 100 ग्राम धनिये को खाली बर्तन में पीसकर उसमें आधा किलो पानी मिला लें। इसे एक घंटे तक पड़ा रहने दें। फिर आधा कप पानी छानकर उसमें पांच बतासे डालकर हर तीन घंटे पर पिलाएं। अत्यधिक गर्मी के प्रभाव से होने वाले सभी रोगों में राहत मिलेगी।
  • दो चम्मच चीनी और दो चम्मच सूखा धनियां मिलाकर चबाने से लाभ होता है।
  • हींग, कपूरवटी , चक्कर आने तथा पतले दस्त में काम करती है। इसे बनाने का आसान तरीका है। हींग और कपूर को बराबर मात्रा में लेकर शहद में भिगोकर मटर के आकार की छोटी-छोटी गोलियां बना लें।उपरोक्त समस्या होने पर दो से चार गोलियां सुबह-शाम पानी के साथ लें।
  • तुलसी के पत्तों के रस में शहद या चीनी मिलाकर चाटने से चक्कर आना बंद हो जाता है।
  • चक्कर आने पर आधे गिलास पानी में दो लौंग उबालकर उस पानी को पीने से फायदा होता है।
  • खरबूजे के बीजों को पीसकर, घी में भूनकर सुबह-शाम थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाने से उन्माद, , चक्कर आना और आलस्य आदि में बहुत लाभ होता है।
  • सोंठ (6 ग्राम) और धमासा (10 ग्राम) को एक पाव पानी में ओटावै। 50 ग्राम रह जाये तो पी ले। इससे चक्कर मिट जाता है।
  • 10 ग्राम आंवला, 3 ग्राम कालीमिर्च और 10 ग्राम बताशा को पीसकर फंकी ले। 14 दिन तक सेवन करने से चक्कर आना दूर हो जाता है।
  • कालारस : सुबह-शाम एक ग्राम नागर बेल के पान के पत्तों के साथ सेवन करने से चक्कर आने की समस्या से अवश्य छुटकारा मिलता है।
  • 10 ग्राम सोंठ को पीसकर 20 ग्राम घी में गर्म करके 20 ग्राम चीनी मिलाकर खाएं। 15 दिन तक खाने से चक्कर आना दूर हो जाता है।
  • 40 ग्राम गेहूं का आटा, 40 ग्राम घी और 40 ग्राम गुड़ – इनमें से आटे को थोड़े से घी में भून लें और उसमें घी और गुड़ की चाशनी मिलाकर सुबह 4 बजे खाएं। फिर सो जायें। 7 दिनों तक इसका सेवन करने से भंवल और आधी बोतल का दर्द अवश्य दूर हो जाता है।
  • लौंग नग 5 और मिश्री 40 ग्राम, घी 20 ग्राम, दूध 400 ग्राम। बादाम को रात भर भिगोकर रखें।सुबह इसे छीलकर मिश्री के साथ पीसकर दूध में मिला दें और उस दूध में इलायची मिला दें।आधा रह जाने पर इसे गर्म करके पी लें। इसे 15 दिन तक पीने से चक्कर आना दूर हो जाता है।
  • दस किशमिश धोकर एक कांच की गिलास में पानी में डाल दीजिए। इसे धूप में रखें. 3-4 घंटे में पानी गर्म हो जाएगा और किशमिश फूल जाएगी। जब पानी ठंडा हो जाए तो किशमिश को धीरे-धीरे चबाएं और पानी पी लें। चक्कर आना बंद हो जायेगा।
  • माथे पर हल्दी का लेप लगाने से चक्कर आना बंद हो जाएगा।
  • गर्मियों में चक्कर आते हैं तो आंवले का शर्बत पिएं, तुरंत राहत मिलेगी।
  • अगर आपको पेट में गैस के कारण चक्कर आते हैं तो गर्म पानी में नींबू निचोड़कर पिएं तुरंत राहत मिलेगी।
  • 5-6 ग्राम सौंफ के चूर्ण में बराबर मात्रा में देशी चीनी मिलाकर सेवन करें।
  • अनार के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से जी मिचलाना और चक्कर आना बंद हो जाता है।
  • काली मिर्च के पाउडर को चीनी और घी के साथ मिलाकर सेवन करने से चक्कर आने पर राहत मिलती है।
  • जिन लोगों को अक्सर चक्कर आते हैं उन्हें कच्चे नारियल का पानी पीना चाहिए।
  • थकान और चक्कर आने पर एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच शुद्ध घी और एक चम्मच मिलाएं।इसमें मिश्री का चूर्ण मिलाकर पीने से लाभ होता है।
  • अदरक और तुलसी के रस को शहद में मिलाकर पीने से चक्कर आना कम हो जाता है।

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