हाइपरसोम्निया (अधिक नींद) Sleep excessive लक्षण, कारण और 10 Unbelievable आयुर्वेदिक उपचार

हाइपरसोम्निया (अधिक नींद) क्या है? हाइपरसोम्निया (अधिक नींद), नींद का एक विकार है जिसके कारण व्यक्ति को दिन में बहुत नींद आती है।

हाइपरसोम्निया (अधिक नींद) के लक्षण
लगातार सोने की इच्छा होना, अत्यधिक नींद आना, बहुत गहरी नींद आना, सुस्ती आदि।
इस बीमारी के लक्षण होते हैं.

हाइपरसोम्निया (अधिक नींद) के कारण

: ये रोग जन्म से वंशानुगत होते हैं तथा भारी भोजन, तली-भुनी, ठंडी चीजें आदि खाने से अधिक नींद आती है।

हाइपरसोम्निया (अधिक नींद) के आयुर्वेदिक उपचार

  • सोंठ, पीपल और कालीमिर्च 2-2 ग्राम लेकर कूटकर ओखली की तरह पीस लें। पहले एक बताशे से शहद लगाएं और फिर एक बताशे से सुरमा लगाएं। पहले गंदा पानी निकलेगा, आँखें लाल होंगी, फिर आलस्य और नींद दूर हो जायेगी।
  • जिन लोगों को अधिक नींद आती है और हर वक्त नींद आती रहती है उन्हें 10 ग्राम सौंफ आधा किलो पानी में उबालें और जब एक चौथाई पानी शेष रह जाए तो इसमें थोड़ा सा नमक मिलाकर सुबह-शाम पिलाएं। पांच दिनों के लिए। इससे नींद कम हो जायेगी.
  • पढ़ते समय नींद क्यों आती है कारण बताइए

    हाइपरसोम्निया (अधिक नींद)
    हाइपरसोम्निया (अधिक नींद)

    पढ़ाई करते वक्त नींद आने से कैसे बचें। बहुत सारे लोगों को यह दिक्कत आती है पढ़ाई करते वक्त की उनको नींद आ जाती है या नींद आने लगती है तो दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा शुरुआत में मुझे भी काफी नींद आती थी जब मैं पढ़ाई करता था लेकिन मैंने इस प्रॉब्लम को ओवर कम कर लिया और तभी मैंने आपके लिए पोस्ट लिखी है ताकि आप इस प्रॉब्लम से छुटकारा पा सको तो दोस्तों आज मैं आपको कुछ ऐसे इंफॉर्मेशन कुछ ऐसे टिप्स बताऊंगा जो आपको पढ़ाई करते वक्त नींद आने से बताएंगे ।

  • अगर आपको पढ़ते समय नींद आती है और सिर दर्द होता है तो पान के पत्ते में एक लौंग रखकर चबाएं। इससे सुस्ती और दर्द कम होगा। नींद आपको ज्यादा परेशान नहीं करेगी.
  • अगर आपको देर रात तक पढ़ाई करने के कारण दिनभर सुस्ती और नींद आती है तो बिना दूध के चाय बनाएं और उसमें दूध की जगह एक नींबू का रस मिलाएं। इस चाय से मानसिक तनाव दूर होता है,आपका शरीर ऊर्जावान महसूस करेगा।
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